Search This Blog

राजनीती के सर्कष में मैडिकल-इमरजेंसी!

राजनीती के सर्कष में मैडिकल-इमरजेंसी!

Friday, October 8, 2021

सरल-सहज़ जहान जहाँ

 कोई दुनिया के इस पार बैठे 

या जाकर कहीं उस पार बैठे 

फ़र्क क्या है ?


घिनौने भेड़ियों के जंजाल से 

कहीं तो मुक्ति का कोई द्वार 

कोई झरोखा दिखे 


शतरंज से, जुए से, जुआरियों से 

जाने-अनजाने, कैसे-कैसे ठेकेदारों से 

दूर बहुत दूर 


ताने-बाने, बाने-ताने-बुनते 

चाणक्यों से, दुष्यंतो से, दुष्टों से परे 

सरल-सहज़ जहान जहाँ 


न पासपोर्ट की जरुरत 

न झंझट वीजा के, न फ़िक्र बैंक-बैलेंस की  

आसपास ही ढूंढ के रखा है वो जहाँ!


At least till the time....... ;)

Wonder, if people who are habitual of talking online, strange ways, since ages, care about distance or borders?

No comments:

Post a Comment