Search This Blog

राजनीती के सर्कष में मैडिकल-इमरजेंसी!

राजनीती के सर्कष में मैडिकल-इमरजेंसी!

Monday, July 19, 2021

जुआरियों के इस सांग में

 हर कदम पर गंदगी से भरे इस धंधे में 

आप जहाँ-जहाँ अच्छा काम करते हैं 
वहाँ-वहाँ उल्टे लटक जाते हैं 
या लटकाने की कोशिशें होती हैं?

इंसान जुआरियों के इस सांग में 
सबकुछ है, बस  इंसान नहीं है? 
मशीन है, और उसका पुर्जा-पुर्जा है
और उन मशीनो पर लिखे कुछ हर्फ़ है? 

हर तरह की मशीन और पुर्जे से लेके 
उनकी गोलाई, मोटाई, नपाई से लेके  
उन्हें तोड़ने-फोड़ने और  ठीक करने के 
हर तरह के औजार-श्रृंगार के साधन रखता है  

वो साधन किसे तोड़ने-फोड़ने में प्रयोग होते हैं 
और किसे सजाने-सवारने और उठाने में 
इधर-उधर के सांडों के इस झगड़े में 
आप झाड़ की तरह रोन्धे जाते हैं या बच निकलते हैं?

अपनी ज़िंदगी का कितना हिस्सा आप इन्हे सौंप चुके? 
और कितना अपने और अपनों की ज़िंदगी पे लगाते हैं?  
अगर आपने नहीं भी सौंपा 
तो जानने के बाद क्या किया?

क्या आप निकल पाए इनके जंजाल से?
या कोशिश तक की इससे बाहर निकलने की?
अपनों को या आस-पास को क्या निकालेंगे 
पहले खुद तो निकलिए कीचड़ के इस धंधे से!

No comments:

Post a Comment