Search This Blog

राजनीती के सर्कष में मैडिकल-इमरजेंसी!

राजनीती के सर्कष में मैडिकल-इमरजेंसी!

Friday, October 1, 2021

जुआ मीनारे

जुआ मीनारे, 

एक मर-ले में हों या दस-ग्यारह में 

आखिर हैं तो मर-ले, मार-ले ही!

चैन-सुकून कहाँ है ऐसी इमारतों में? 

रहने वालों से ज्यादा हाहाकार है 

उनके बनाने-बिगाड़ने वालों में!


जुआ मीनारों के ढेर पे खड़े लाक्ष्यागृह 

मरते-मरते भी सौंप जाते हैं दस्तावेज 

अपने सालों-साल चले, जुए की गवाही के 

कैसे-कैसे मुकदमों की राजनितिक घढंत के!

और कुर्शियों पे विराजमान ताने-बानों के


जुआ मीनारें, कैसे-कैसे अँधेरे-उजालों की 

कैसे-कैसे घड़े गए व्यक्तित्वों के रूपों की 

जिनमें आप सब होते हैं, खुद को छोड़कर 

इस जुए का काम ही है खुदारी को मारना 

यहाँ असलियत पर परतें लिपि-पोती जाती हैं!  

No comments:

Post a Comment