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राजनीती के सर्कष में मैडिकल-इमरजेंसी!

राजनीती के सर्कष में मैडिकल-इमरजेंसी!

Friday, March 27, 2020

सर्कस में कोई इमरजेंसी लगी है क्या?

जहाँ भी जाऊँ ऐसा लगता है 

कोई सर्कस चल रहा है 
जिसे भी सुनो ऐसा लगता है 
कोई प्ले चल रहा है 
जो भी पढ़ो ऐसा लगता है 
सर्कस में कोई इमरजेंसी लगी है 

What could be the next level of this circus? 
Back towards normal or?

वो भोले-भाले चेहरे उजले

प्रयोगों ने नोंच-खोंच डाले                                                                                                                                    वो भोले-भाले चेहरे उजले 

दिल पवित्रका के दुहाई वाले 
गुज़ार डाले कैसे-कैसे खदानों से 
खून से लथपथ वारों से, हथियारों से 
चीखों से भरे शमशानों से, विरानों से

सत्ताओं की मदहोशी वालों ने 
इधर वालों ने और उधर वालों ने 
राज-पथों  की सलामी वालों ने 
ज़ाहिल-गवांरूँ बाबा भेषधारियों ने  
 पढ़े-लिखे मगर बाज़ारू चालबाजों ने 
फाइलों में दम-घोंटु तानो-बानो ने 


प्रयोगों ने नोंच-खोंच डाले 
वो भोले-भाले चेहरे उजले 
दिल पवित्रका के दुहाई वाले 
गुज़ार डाले कैसे-कैसे खदानों से 
खून से लथपथ वारों से, हथियारों से 
चीखों से भरे शमशानों से, विरानों से